बोली श्री बाला जी महाराजी की जै हो
पेशी जू मैं तेरी जोति शंकटी काठी बाला जी
पेशी यारी किल किला गए
पेशी यारी किल किला गए
संकट काठ बेठ ले आगे
डाटे बाला जी जोत बेठ
डाटे बाला जी
पेशी जू मैं तेरी जोति शंकटी काठी बाला जी
पेशी जू मैं तेरी जोति शंकटी काठी बाला जी
मैं शंकट हूँ
मैं शंकट हूँ
मैं शंकट हूँ
मोटी मोटी आख दिखावे
मोटी मोटी आख दिखावे
रूप बदल के बैरी आवे
छाट बाला जी दूँच चल छाट बाला जी
बेशी जू मैं तेरी जोत पे संक्ष कॉठ बाला जी
सिया राम सिया राम सिया राम
याराम, याराम, याराम
संगते बैठी तने पुकारे
क्यों ना बाबा आबुब कारे
साथ बाला जी, साथों साथ बाला जी
बेसी दू मैं तेरी जोत मैं संगत काट बाला जी
और सोशिकितने बुला रहे बाबा
होई जी की तने बुला रहे बाबा
बासों के भगति नूचा रहे बाबा
आशों के भगति नूचा
लाट बाला जी पेसी जू मैं दिरी जोद पैसंग टिकाट बाला जी
लाट बाला जी जू मैं दिरी