Nhạc sĩ: Shailendra Bharti
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ओम् श्री साय भखति शक्ते प्रदायनमः
शास्त्रों में भखती के नौ प्रकार बताये गए हैं
श्रवनं कीर्तनं विश्णोहों स्मरणपाद सेवनं
अर्चनं वन्दनं दास्यं सक्यमात्म निवेदनं
बाबा ने भी भखतों को भखति के यही नौ प्रकार बताये
भखती कैसे करनी है यह तो उस भख्त पर निर्भर करता है
परंतु बाबा भखतों को अती विलक्षन तरीकों से भखती
मार्ग की ओर अग्रिसर करने के लिए शिक्षा दिया करते थे
एक बार बाबा ने लश्मिबाई से कहा capitalist
कि मुझे बहूत भूक लगी है।
लच्ծिबाई भाग कर गई और रोटी और זाग
लाकर बाबा के सामने रख दीया।
बाबा ने रोटी और साग एक भूखे कुट्ते को
दे दिया।
शक्ष्मी बाई ने बाबा से नाराज होते हुए बाबा को उलहाना दिया,
कि वे इतना कष्ट सहकर रोटी बना कर लाईं और बाबा ने एक ग्रास भी न लिया।
बाबा ने समझाया कि हर प्राणी की भूँख समान हैं,
कुछे में भी तो आत्मा है,
भक्ति एबं शक्ति प्रदान करने वाले
श्री साइनाथ महराज को मैं प्रनाम करता हूँ।