Nhạc sĩ: Shailendra Bharti
Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
इसे लिए उनके रिदाय में हर जीव के प्रती प्रेम है।
जैसे एक मां को अपने सबही बच्चे प्रिय लगते हैं,
वैसे ही बाबा को पूरा संसार प्रिय लगता है।
बाबा ने जिस मस्जित को द्वारका माई नाम दिया,
वहां समाज के हर वर्ग का व्यक्ति बाबा के दर्शनों का लाब लेने आता है।
सकंध पुरान के अनुसार,
द्वारका की व्याक्या ऐसे स्थान के रूप में की गई है,
जिसके द्वार हर वर्ण के मनुष्यों को धर्म,
अर्थ,
काम और मोक्ष प्रदान करने के लिए खुले रहते हों।
वर्तमान में द्वारका माई ही ऐसा एक स्थान है,
जहां बाबा हर जीव पर अपना प्रेम न्योचावर करते हैं।
और आपके प्रेम और वाच्सल की वर्षा सदेव मुझे पर होती रहे।
भक्तों पर प्रेम न्योचावर करने वाले श्री
साइनाथ महराज को मैं प्रनाम करता हूं।