पुरुसों में ओ महापुरुस में
सब से ओ बढ़कर है।
पुरुसों में ओ
महापुरुस हैं
सब से ओ बढ़कर हैं
माड़ीमापी म Sophie कोड़ में जनमें
भीमरा ओ यम विढधिकर हैं
भीमऱा ओ यम विदीकर हैं
माणवु स्परुष्य जाने उसी चीदran
भीम राव यंविद कर हैं
यंविद कर हैं
हम सब के उजले चमन को भीमे ने खिलाया है
तुफ़नों में चल कर सहे गिन का दीप जलाया हैं
आखों के ओ तारे हैं बोज़न के दुलारे हैं
हम भारत के मुले
निवासी वो हमारे कल कल हैं
मा भी मा के कोट्ड में जना में भीमे राव यंविद कर हैं
बापा साहो यंविद कर हैं भीमुलाव यंविद कर हैं
भीमे राव यंविद कर हैं
वो सल गहर महीने में सुन्दर सा सम्भिधान लिखा
उसी के बल पर याज हमारा है ये हिंदुस्तान पिका
सिक्षित बनो सिखाते हैं याई गुरू कहलाते हैं
लोग सनुजाह लायो हरुन जातो उनकी जीवनी पर कर हैं
मा भी मा के कोद में
जनने भीमे राव यंविद कर हैं
बाब सहयं विद कर हैं भीम राव यंविद कर हैं