दिल पे वफा के नाम पर ऐसा सितम हुआ
आखों से आसों का रिष्टा खतम हुआ
सांसों की तरह लग पे आती है मौत हर दम
रूह की मेरी जद तक ऐसा जखम हुआ
आखों से आसों का रिष्टा खतम हुआ
खुशियों के उसकी खातर क्या-क्या जतन किये
अपनी तमाम हस्रतों का भी पतल किये
खुशियों के उसकी खातर क्या-क्या जतन किये
अपनी तमाम हस्रतों का भी पतल किये
बेपना चाहत में मुझे अपनी तमाम हस्रतों का भी पतल किये
ऐसा सिला मिला करके बेवफाई घरों का सनम हुआ
आखों से आसमों का रिष्टा खतम हुआ
तकती थी उनकी नजरे हर पर दगर हमारी
पाकर के सामने हमें मिटती थी वेकरारी
तकती थी उनकी नजरे हर पर दगर हमारी
पाकर के सामने हमें मिटती थी वेकरारी
बेशमार मुहापत का तूटा वा सिलसला
करके बेवफाई है
रोका सनम हुआ आखों से आसुवों का रिष्टा खतम हुआ
जानो जिगर से ज्यादा जिनको थे प्यार करते
पलकों के शामियाने में सदाते रखते
जानो जिगर से ज्यादा जिनको थे प्यार करते
पलकों के शामियाने में सदाते रखते
होके वो बेमुरवत देके गया दगा
करके बेवफाई गरों का सनम हुआ
आखों से आसुवों का रिष्टा
गतम हुआ
आखों से आसुवों का रिष्टा
गतम हुआ