वेराज्यisto
अपके सरीर के बारे में जिस दिन ध्यान नहीं रहे
,उरोगे दिन समझ लेना की आपको असली वेराज्ञे हो गया।
अपका मन भगवाण के सरी चरṇों में यदि रहेगा तो,
समझ लेना कि आपको असली वेराज्ञे हो गया।
यह चक्ति बगाबान स्री किष्न के चरणों में तुमारा मन रहेगा
तो दुनिया के कोई दुख,
कोई तकलीप तुमें नहीं सतायेगी
बस सर्थ यही है कि तुमारा मन भगाबान के श्री चरणों में होना चाहिए
और बग्वान की कता हमारे जीवं की वितवको मिटानै वालि हैं।
सभी पाापों को दूर सकते है।
अच्छण कौन पापों से क्रणास करती हैं।
जो पाप हमसे अंजाने जै।
जो पाप हमसे कलिए जै.।
जो पाप हमसे भूल से हो जाये वहाँ पापों का नास करती हैं।
भागत महा पुरान की कथा।
ना कि आप जानवुच करके किसी गाय को मार करके आओ।
ना कि आप किसी जीव की हिंसा करके आओ।
और सोचो कि मैं कथा सुनलू तो कथा मेरे जीवन का उध्धार कर देगी।
यह असंभव है। यह कभी नहीं होगा।
कथा हमारे पापों का नास अवस्थ करती हैं।
लेकिन जो पाप हमसे अन्जाने में हो जाये।
जो पाप हमसे गल्ती से हो जाये।
अब गल्ती से कौन से पाप है?
भईया, हम खेत में जाते हैं।
खेत में नज़ाने कितने जीव जन्तों को हम
हल बक्कर में गिशट करते ही मार देते हैं।
उसका भी पाप लगता है।
माता बहने जब घर में जाडू लगाती हैं,
भगवत महा पुरान की कता।
देखो, मनुष्य जीवन है, वो बारबार नहीं मिलता।
महाराज इस मनुस्तः जिवन में एसा काम करना
जब जब तुम यहाँ पर रहो, सभी लोग तुमसे प्यार करें.
सुन्ना,
इस मनुष्य जीवन में एसा काम करना,
कि जब तक इस धराध्म पर रहो,
तो सभी लोग तुमसे प्यार करें.
और जब तुम यहाँ से चले जाओ,
तो लोग तुमारी याद करें.
और जहाँ पर जाओ, लोग महाँ तुमारा इन्तिजार करें.
एसा काम करके जाना.
दुनिया में आये हो तो,
बाकिस आया है,
सो जाएगा,
और राजा रंक फकीर,
और कोई ही सियासन चड़ गया,
तो कोई बदा जंजीर.
अपने कर्म,
दान,
उन्य,
यहाँ सब सातमें जाता है,
बाकि सातमें कुछ नहीं जाता.
आप भगवान के सामने जाओ,
तो बच्ची बन करके जाना,
और भगवान से कहना कि,
हे भगवान हम तो बस आपकी जैसी भिवकुति कर रहे हैं,
बच्ची बन करके जाना.
और अधि भच्ची बन करके भगवान के सामने जाओगे,
तो भगवान आपके भख्ति को अवस्थ स्विखार करेंगे,
जबि भगवान के सामने ज्यानी बन करके नहीं जाना.
आजकल के लोग थोड़ा सा एक दो मंत्र क्या सिख जाते हैं,
अपने आपको बड़ा ज्यानी समस्ते हैं,
लेकिन भगवान जबि ज्यानी को नहीं मिलते,
भगवान एधि किसी को मिलते हैं,
तो क्योंबल अपने भख्त को मिलते हैं.
Come on.
स्रूत्या काउप कोई जोंत
संसार में सबसे बड़े स्रोता कोन हुए हैं?
हनुमान जी महराज
क्योंकि हनुमान चालिषा में आता है कि प्रभू
चरित्र सुनी बेको रसिया और राम लखन सी तामन वसिया
India is joint head of Shri Ram Maharaj in Andhra,
India
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật