सोचा था उनसे मिलेंगे कहेंगेसोचा था उनसे मिलेंगे कहेंगे आप हमें तड़बाते हैं आखों से नीन चुराते हैंसोचा था उनसे मिलेंगे कहेंगे आप ख्यालों में आते हैं ऐसी बला क्यों सताते हैंउनकी बला क्यों सताते हैंउनकी निगाहों से तकराकर आख हमारी झुकसी गईउनको अपने सामने पाकर दिल की धड़कन रुकसी गईदिल की धड़कन रुकसी गईउनको दिल का हाल सुनाते हमको था इतना होश कहासोचा था उनसे मिलेंगे कहेंगे आप ख्यालों में आते हैं ऐसी बला क्यों सताते हैंमरी ॐ.ॐ.ॐ.ॐ.ॐ.ॐ.ॐ.मिलने के दिल में हसरत भी थी, दर भी था हमको रुसवाई का, कहने को थे लाग फसाने, हो गई क्यों खामोश सुबाँसोचा था उनसे, मिलेंगे कहेंगे, आप हमें तड़पाते हैं, आखों से नीम चुराते हैंआप ख्यालों में आते हैं, ऐसे भला क्यों सदाते हैंआप ख्यालों में आते हैं, ऐसे भला क्यों सदाते हैं