सुन मोर दुखड़ा हर हर बं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
हम जब पूछी लखाई बू लोजेंस
हम के दाटेला उच्छुपन विनसेंस
हम जब कही लखाई बू बेल
छुलती उठाके कहेला रास्थील
यारन के साथ लेके घुमे हर दं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
सुन मोर दुखा हर हर बं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
रात के लोटीला जब घर हम
बजेला कुछी पिहीरी और बजेला ढर्म
चुनानी में पढ़ले बाद जुथा बरेतन
नाचेला तो यारन निहारे जोबन
जुथा सबे बरेतन माझीला हम
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
सुन मोर दुखा हर हर बं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
जलदी जलदी कख़े सुतेला झटे पते
क्यार से कुखारे से कहेला इडियट
भूर मेंपुंकारे से उझ़ुशा होखेला
झञगीसे उठावे से इश्टू भी कहेंा
भुले बावा बचाब घुटेला हमर दम
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
सुन मोर दुखा हर हर बं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम
सुन मोर दुखा हर हर बं
हम पढ़ली चार तक मेहर भी कम