मिट्टी की खुश्बू है हवा में
पलकों पे सपने है सवारे
धूप सी मसकान है
दिल ने पुकारा
शाड़ी की शाम है दिल के अमान है
नाचेंगे गूँगत के पीछे शाड़ी की शाम है
शाड़ी की शाम है
लिल की अर्मान है
मेहन्दी के रंगों में बातें
शाड़ी की शाम है दिल के अमान है नाचेंगे गूँगत के पीछे शाड़ी की शाम है
शाड़ी की शाम है
दिल के अमान है
नाचेंगे गूँगत के पीछे शाड़ी की शाम है
येरा जूखा बोले मेरा दिल धड़के
तेरी हसी से चांद भी छुप जाए
तेरा लेहिंगा लहराए जमीन पे मेरी धड़कन भी साथ गुन गुन आए
शाड़ी की शाम है
दिल के अमान है
नाचेंगे गूँगत के पीछे शाड़ी की शाम है
लगबाद लोगाद
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