प्रेद्धबल ये साथे भवाणी की
मयद्य गिर्पा बोरे सहले बढ़ी
मम्त के आज चलवर होले बढ़ी
मयद्य गिर्पा बोरे सहले बढ़ी
मम्त के आज चलवर होले बढ़ी
सबकुर सरधापुरे लहबडी
रोक सिराज भी बनवे लहबडी
मैं एक किरपासे सूपर हिट बॉयल
जीजा साली कमानी
सम्माई के खेल बार बागी समझो मेरो बार
मैं वहीं सब की समझें आंभर के आंख देले कोई आंखे का आई
गजबे हमाराएके करुणायां आया
होरों तक किसमें देक मैं याचों कोई ले
सौरत से उठा हके सिर्णा फेल ले गई
माई के हाथ रोहे सब कर मात पर
जाहे तो अपर
मैं अपर
जैमा जैमा
गोरो घण श्याम के कॉलम गिटार पर किरपा बनो ले बड़ी सारा संसार पर
मैं के क्रिपा से सृष्टि चालत बहत मैं ये के क्रिपा से पहता ही लत्वा
कीता बिना के कॉण्ठ में समाई रे जोड़ी बहत
भोइल रा फैलवा
समाई के खेलवा बागी सब जो मेलवा