आप्रिगान कालिए
खिलावाकार पौल नहो आप्रिगान कालिए से
धाकोई साक्खी हो गवणा के रतिया
पहिला ही राते भाईले दोरे गतिया
धाक धाक कर राता ते हमारो करे जहो
आप्रिगान कालिए के खिलावाकार से जहो
सुतले से जाडि आतला जेल हस जयी
आपना बला मुमाके कुछो न बतताई
कुछो न बतताई
ए शकी
सुतले से जाडि आतला जेल हस जयी आपना बला मुमाके कुछो न बतताई
के
मतिलाल मुतिके को जाके बालीला
देवारा विकात भिजी घट गली जहूर
अप्डान
कोईके हिलावा तारे पोलंग हो
काकोई साक्खी हो गवणाके रतिया पहिला ही राते भाईले दूरे गतिया
धास धास का रास्ताते अमारो करे जहूर
अप्डान कोईके हिलावा तारे सेजहूर
अप्डान कोईके हिलावा तारे पोलंग हो
अप्डान कोईके आहिर दादा