ज़रावी पूदा देखे पैलवा खटिया सकिया कुबे हिलेधारो है गलवा देखे पैलवा खटिया सकिया कुबे हिलेराती में जब जब संया मिले जवानी मूरा कुबे खिलेकाकही आपन दीला के बतिया माझ में काटे दीले औरी रतियाकारे ना हलव लगाई के पलवा दूधे काहे तन पिले पिलेकारे ना हलव लगाई के पलवा दूधे काहे तन पिले पिलेराती में जब जब संया मिले जवानीजवानी मोरा तुबे खिले राजी में जब जब सन्या मिले जवानी मोरा तुबे खिलेजवानी मोरा तुबे खिलेतादे तादी आवा चाचार कारे हमर खटी आवाचांदनी से तूरू दिला लगाके हमरा से काहे मिले मिलेराती में जब जब सया मिले जवानी मोरा खुबे खिले