Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
आरुते केवत पर भगवाने वड़ायो। गंगाने किनारों भगवान रेतेनु शिवलुंद बनावी भगवान शिव जी ने पुजा करे। वस्वांग जी अलख्यू छे। तुर्जे पारथी बनायों मातव। पारथी ने पुजा करेश।
श्री सिताजिय गंगाने किनारों वारों गंगाने स्तुति करे। गंगाना पवित्र वेहन माती आशिर्वत नवपुट्याशि प्राण नाथ बोहुगर सहुत कुसल कौसला हाई। तनो तमारा प्रिय पकीरी साथे प्रिय बेरी साथे सकुषव उद्ध्यापा चाहुशो।
तमारी केती जवत मा चारी बाजु छलाशे। मनकावना पुरण थशे आव गंगाने याएं आशिर्वाद आपच। अले भगवान ने अइन थी आगर यात्रा करवा। प्रभुर गुहराज ने कहु गुहर अमारे तो चवद वर्त आरी पे वनमा रहा लो। अले तुम भ
भी जाओ। तैरे गुहर ने गुहर नहीं। भगवान ने कहु महराज थोड़ा दिवस मने साथे ले लो। आ जंगल लो माईत बाल छूँ। जी जिगा यारा में रहूं उसे क्या परणकुति बनावी आपी। आजु बाजु ना भीलो ने तमारो परिके करावी आपी। �
अने मने पारे खात्री थाई के मारा प्रभु बाते बदी बरादर गुठपाई गयू। पछी हूँ पाछो भरूष। अत्यार मने पाछा जता जीव नथी चालतो। भगवान ने गुहर ना अंतर प्रयम ने जोरूने एने साथे ले लो।
ना तो साथ रही पंख दुखानी करीब में कारी जरम सुखानी।
ना तो साथ रही।
ना तो साथ रही पंख दुखानी करीब में कारी जरम सुखानी।
जानते हो तो जगदिश में कौन रस्तों बतावे
जेना नाम थी संसार ना मार्गो साधक ने जरे अने मारे शू रस्तों बताओ
पर होशियार गुहे कौन उतन ने रस्तों बताईश
कोई हिसाबित प्रभुनी साथे चालूँ
गरे जरू गंतू नती कौन रस्तों बताईश
चार दिवस चरण सुभा करी आप जरे केशो त्यारे साथो फरीश पुझे साथ ले चल
गुहे ने साथे लुदो छे
अवध्याची गंगा ने किनारों रख तो
गंगा ने सामे किनारों थी आप किनारे नवका थी
पर हवे पगे चालवा ने थायू
अने सिताजी ना जीवन नो आप प्रथंग प्रसंग छे पैबल चालू
शिरी सिताजी ने पैबल चालता जोई लक्ष्मान ने गुह बनने जरा दुखी थया छे
वनने वात पर कबल मुक्ता प्रयागराज ने पवुत्र भुमि उपर पदार्या छे
गंगा यमना ने सरस्वती ने किनारे आग्या अती सुंदर संगंचे
स्मान अक्षव ने परिकंग माधौरी पुजा आगदे थायू वाशे
भर्दवाज रिशी ना आस्ट्रम मा प्रभु पदार्या छे
भर्दवाज जी ने महात्माओम व्रंब भर्गवान ना दर्शन माते बोड़े छे
प्रभु आवि विदा ने वंदन करे आ महत्माओम प्रभु ने वंदन करे
वानी थी न वर्णवादी वा सुखन अनुभव करे जे
भर्गवाज जी खुद प्रसन्द करा छे
भगवान भर्गवाद जी ने पूछियो आप भगा महात्माओं कुछर्च हो। भर्गवाद जी यो बहुत सरस बात करी। भगवान मानो वचन कर्मती कपट छोड़ी ने जीव जा सुदी तमारे भक्त लगी बनतो। त्या सुदी गम्मे के क्ला उप्सार करे। कुछर्चा
वचन ने कर्मती कपट न छुटे। क्या सुदी तंबुरस्ती आउती न भाव बतारूच। एक रात्री मुकाम प्रयाग राज मा निवास्थ है तुरसी राज जी लखे सवार पड़े। भगवान राम गंगा मा संगंग मा समान करे। अन्य अगर भर्गवाद जी ने प�
पूछो ये पड़े एक महत्वनों चे। कारण के भर्गवाद जी त्रम नगुने किनारे बैठा छे। गंगारी अमनायानु सरस्वति। एला संत ने रस्तो पूछ जो
जोनामा ज्ञान पण होई भक्ती पण होई येने कर्म पण होई। केवल एक वस्तु मा धारणा राखनार ने पूछिशो तो ये पतानो पंठ बताओशे लिजानो पंठ ने तिका करसे। कोई इवा महापुरुष ने पूछो। कोई इवा संत ने जी आपने साचो रस्तो
जीवन पकृत। जैने तेने पूछवा थी तो दूर न गजी बड़ी दूर न गूर। दूर न गजी बड़ी दूर न गूर।
पतानो पंठ बताओशे लिजानो पंठ ने तिका करसे। कोई इवा महापुरुष ने तिका करसे।
पतानो पंठ बताओशे लिजानो पंठ न गूर।
पंठ बताओशे लिजानो पंठ न गूर।
गोपी राउच है शब्द बहुत सुन्दर लगाए।
पिछ से सुने और बाए।
राख में जो आयू तो बर्बु है लालू।
राख में जो आयू तो गोपी पहती है।
राख में जो आयू तो बर्बु है लालू।
राख में जो आयू तो बर्बु है लालू।
गुण में आयू तो बुच कारी मदडू।
गुण में जो आयू तो बुच कारी मदडू।
गुण में जो आयू तो बुच कारी मदडू।
कर दो कर दो कर दो कर दो अजय को कर दो कर दो कर दो
कर दो कर दो कहाना है
कहागे के शंकर की मैं
कर दो
कर दो
में
और
में
कर दो
एवं
ये
कहाल जा म्युदे कर पाँचा पकेंश madh吧
आंगे के शंकर झाला दूसरा तहीं है
सखी संग आई तो शर्म बोहना दे
सखी संग आई तो शर्म बोहना दे
अकेल आई तो भूल जाओ दोगोरी
जिन्हों से चलूं तो समय मोहला दे
जिन्हों से चलूं तो समय मोहला दे
जल्दी चलूं तो छलक जायी
दूर नगरू बड़ी दूर नगरू
दूर नगरू
दूर नगरू
बड़ी दूर नगरू
बड़ी दूर नगरू
बड़ी दूर
कर्म थी कपत न छुटें क्या सुधी गंग ने तत्ला उपचार करो तो पर कुशलता न नहीं माती आम बर्दुआद जी यह कहूं और राम त्यारोकालाए
पास प्रभु पंथ पूछो दंगा यमणा ने सरस्वतिवा ने वक्ति ज्ञान ने कर्मा जी वक्ति में त्रैनों सुभक समन्मई होई एने जी मारद पूछो यह मारद बर्शन बर्दुआद जी पताना शिष्यों ने राम जो ने मारद बताओआ मुकल जे यह कथा सारा तर
श्रीबार कृष्म राज सब गुरु ने राती होम लखका राती पताओआ
भगवान राम लक्ष्मण वैदेही गोह बर्दुआद रिशी ने आस्रम में एक रात्री मुकाम करी ने पंथ पूछी ने आगल यात्रा करें
भगवान राम लक्ष्मण वैदेही गोह बर्दुआद रिशी ने आस्रम में एक रात्री मुकाम करें
भगवान रात्री मुकाम करें
भगवान रात्री मुकाम करें
भगवान रात्री मुकाम करें
भगवान रात्री मुकाम करें
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật