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जो था मेरा वो क्यों है नहीं मेरा
मेरी राहों में क्यों है अन्देरा
मेरे जीवन में आएगा कैसे दोबारा सवेरा
गटों में मेरी वो सुने मुझे दे गया
जिन्दगी पर पर पर पर पर पर
जिन्दगी से मेरी जाने क्या बोले गया
ले गया छीन के चैन मेरा
तेरी यादोंने क्यों मुझे है गिरा
ये बता दिल का आंगन है क्यों सुना मेरा
गटों में मेरी वो सुने मुझे दे गया
जिन्दगी से मेरी जाने क्या बोले गया
हो गया था कभी वो ख़फा क्यों
दूर मुझसे कहीं वो गया यों पे राया नाई
हो गया था कभी वो ख़फा क्यों पे राया नाई
पे राया नाई