ओम विश्व कर्मने नमः। ओम विश्वात्मने नमः। ओम विश्व रुपाई नमः।
ओम विश्वाधाराय नमः। ओम विश्वधर्माय नमः। ओम विर्जे नमः।
ओम विश्वेश्वराय नमः। ओम विश्वबल्लभाई नमः। ओम विश्ववे नमः।
ओम विश्वधराय नमः। ओम विश्वकराय नमः। ओम वास्तोष्पतये नमः।
ओम विश्वंभराय नमः। ओम वर्मिणे नमः। ओम वर्दाय नमः। ओम विश्वेशाधीपतये नमः।
ओम विढिदलाय नमः। ओम विश्वभुञ्जय नमः। औम विश्वभ्यापिने नमः। ओम वास्पात्रे नमः। औम विश्वरक्षकाय नमः।
ओम विश्वभ्यापके नमः। ओम अनन्ताय नमः। ओम अन्ताय नमः। ओम आत्मने नमः। ओम अतलाय नमः।
ओम आध्यात्मणे नमः। ओम अनंतमुखाय नमः। ओम अनंतहुझाय नमः।
ओम अनन्तचक्षुषे नमः। ओम अनन्तकल्पायनामः। ओम अनन्तशक्तिभूदे नमः।
ओम अतिषुख्षमाय नमः। ओम त्रीनेत्राय नमः। ओम कंभीधराय नमः। ओम ग्नानमुद्धराय नमः।
ओम सुत्रात्मने नमः. ओम सुत्रधाराय नमः. ओम चतुर्भुझाय नमः.
ओम पण्च वक्त्राय नमः. ओम पूर्णानन्दाय नमः.
ओम सानन्दाय नमाः. ओम सर्वेश्वराई नमह.
ओम पर्मेश्वराई नमः. ओम तेजाट्मने नमः.
ओम पर्माट्मने नमः. ओम कुतिपतये नमः.
ओम बुहदरुबाय नमः. ओम ब्रह्मांढाय नमः.
ओम भुवनपदये नमः. ओम त्रीभुवणाय नमः.
ओम सनातनाय नमः. ओम सर्वादये नमः.
ओम कर्षापाय नमः. ओम हर्षाय नमः.
ओम सुख कर्षे नमः. ओम सुख कर्षे नमः.
ओम देवाय नमः. ओम धर्मीषे नमः.
ओम धीराय नमः. ओम धराय नमः.
ओम पर्मात्मने नमः. ओम पुरुषाय नमः.
॓म धर्मात्मने नमः. ओम श्वेतांगाय नमः.
ओं श्वेत वस्त्राय नमः. ओम हंसवहनाय नमः.
॓म धिगुणात्मने नमः. ओम सत्यात्मने नमः.
ओम गुनवल्लभाय नमः. ओम भूकलपाय नमः.
ओम भूरलोकाय नमः. ओम भुवरलोकाय नमः.
ओम स्वर्गलोकाय नमः. ओम महरलोकाय नमः.
ओम जनलोकाय नमः. ओम तपोलोकाय नमः.
ओम सत्यलोकाय नमः. ओम सुतलाय नमः.
ओम तलतालाय नमः. ओम हतलाय नमः.
ओम रसातलाय नमः. ओम पातालाय नमः.
ओम मनुरूपीने नमः. ओम त्वश्टे नमः.
ओम देवग्णाय नमः. ओम पुर्णप्रभाय नमः.
ओम रदयवासिने नमः. ओम दुष्टतमणाय नमः.
ओम देवधराय नमः. ओम स्थीरकराय नमः.
ओम निर्विकल्पाय नमः. ओम निर्वीक्नाय नमः.
ॐ निर्वाय नमः. ॐ निरधराय नमः.
ओम निराखाराय नमः. ओम महा दुर्ल भाय नमः.
ओम निर्मोहाय नमः. ओम शांतमुर्दये नमः.
ॐ शांति दात्रे नमः. ॐ मोक्षदात्रे नमः.
ॐ स्ठविराय नमः. ॐ शुक्ष्माय नमः.
ॐ निर्मोहाय नमः. ॐ धराधराय नमः.
ॐ स्ठीति रुपाय नमः. ॐ विश्वरक्षकाय नमः.
ॐ दुर्लभाय नमः. ॐ श्रीविष्वकर्मदेवकि जै.
परमात्मा परब्रह्मना श्रगुन सरुपय अवतिराज्देवकि, अने यने जगत मार्ष्विल्पी तरिखे, तुरस्था तरिखे, एथ परमात्मा ये अवतारिदो.
बद्रिष्व काश्रम मा तत्व करी, अने इलाचल परवद उपर परमात्मा विश्वकर्मा एवार्ष्व केरू. पोदाना मान्सिक पुत्रोडे उपन केरा, अने अनेक प्रकार नी ब्रह्मान निरजणा करी. आ कधा ये दीव्य कधा जे, मुं तमने येन मातम्य प�