आईये पियाजी! आपके महलों में आपका सुआगत है
मेरे महल?
हाँ, आपके महल
मेरा कोई मہल नहीं है
और तू कौन है मैं तुझे नहीं जानता
पियाजी!
हाँ
आज आप ऐसी बेहकी बहकी बाते क्यों करते हो
पिया...
पिया कौन से रिखा नहीं जानती
और मैं कसमें
आपकी खाऊ
जोटी
खावे कसम बेवफा ना तड़के जिन्दा पाऊं
पिया कौन से रिखा मैं नहीं जानती
कसमें आपकी खाऊं
पिया जी
आपको पता है कि आपकी पतनी आपकी कसम कभी जूती नहीं का सकती
तू मेरी पतनी नहीं रही अब
सुने मेरी बात
तू तो डायन वन गिये हैं
नहीं
सुने मेरी बात
हेरे खुद ब्याही का आज बता दे करता क्यों विस्वासी नहीं
तेरे जैसी
औरत जग में और कोई बदमास नहीं
हेरे मैं पतिवर तनार बता के रही चरण की दासे नहीं
मेरा पटका और कटारे दिखा दे आज तेरे जो पास नहीं
उनले गी थी तेरी बूआ
आनके ये साची बात बताओं
मेरे खानदान में भी कोई न्याबता, किसने बूआ बनाओं
वो ही ले की गई है
नहीं
वो देशा की बदमास तेरा कुछ नहीं देखना चाहूं
पिया जी पहले मुझे एक बात बताईए ये सेर खान है कौन
कोई खाने की जीज़ है क्या खाने पीने
की जीज़ नहीं है तो और एक कुछ मामला है
सुनिये
हेर कौन सेर खानी चीपिया मन
शान तलक भी ना जानी
उसने नंगा गात
दिखाके नीच बतावे गिरे काणी
तन इतनी गिरी समझली कैसे अपनी बियाही छटराणी
तिल का सुना निसान जांग पे बंद होगी मेरी वाणी
और पानी अलग छान
दूँ
एसा खेल रचाऊँ
खेल रचाती रही ये तड़के फांसी पे चढ़ जाऊँ
मैं भी तेरी गैले मरूंगी ना दिल में तू घबरई ये
पापन नहीं
पाल जोडी वाले सुर में भर के गाऊँ राम कुमार गुरू अपने को
निष्तिन शीझ जुकाऊँ
जुकाऊं राम कुमार गुरू अपने को निष्टिन सी जुकाऊं
यकोन सिर्फ मैं नहीं जानती कसम
आपकी खाऊं
क्यूं जोटी खावे कसम बेवफा ना तड़के जिन्दा पाऊं
जोटी खावे कसम बेवफा ना तड़के जिन्दा पाऊं
Đang Cập Nhật
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