समती शानुबां धी माज़ गाम यादा कनी
इमाहें गोलां दोस्त है जनी
दोमने दिलानु निष्टा परीं गेच कै डला
जंतै कुमारा का जलान लुण्तै तनापका गदा
दुल चोपरी ब्याब्राख़दां निलैला दिलां नान्दा गदा
ती शानुबां धी माज़ गाम यादा कनी उतिमाहें गोलां
दोस्त है जनी दोमने दिलानु निष्टा परीं गेच कै डला
दिल बरे कोई शेसा पूसरी तु गाला देने हाल पूसरी
दिल बरे कोई शेसा पूसरी तु गाला देने हाल पूसरी
जो सरी दोस्त है मनी तो के सरी नुन तरदाँ खजा वरता है दरी
दिशार बांधी माज़ गां यादा कनी उतिमाहें गोलां
दोस्ते जले,
तो मैं देलादु निष्ता परिवांगेच्छे डला
जीवार मुशीत ता सापकान, लुण्तावति जने वाता कजा
खानो हरोतवा,
आदाबक इशारवा,
जीवार रगा मै यादाद जनोति माहीं दुला
दोस्ते जले,
तो मैं देलादु निष्ता परिवांगेच्छे डला