आईं।
एक जनी के
पती के परमुशन हो गई था।
बढ़ाई कर तरहें।
कौना भाव में कर तरहें।
कि जब से सिपाही से
कि जब से सिपाही से
भैले हवलदार हो ना थुमीये पे कोली मारे
संया हमार हो ना थुमीये पे कोली मारे
क्या भात है।
ज़ैहो
बल्मा सिपहिया गड़ी बावुत पाती
गड़ी गड़ी ताने लागू नाले हमरा छाती
भल्मा सिपहिया गड़ी बावुत पाती
गड़ी गड़ी ताने लागू नाले हमरा छाती
अरे जयो
कभी कभी रतिया में चोर जास आवे ना
हम के अन्हार घर बहुते डेरावे ना
कभी कभी रतिया में चोर जास आवे ना
हम के अन्हार घर बहुते डेरावे ना
अच्छो के में धार लेला अच्छो के में धार लेला
धार आका वार होना थूनी ये पे गोली मारे
संजान हमार होना थूनी ये पे गोली मारे
जब से सीपाही से भईले हवलदार होना थूनी ये पे गोली मारे
संजान हमार होना थूनी ये पे गोली मारे