सीकडी बजाई हाँ धीरे से किली खोल दे
औन्डोरामे आई हाँ अन्हरीयां पिता के
सीकडी बजाई हाँ धीरे से किली खोल दे
वनवरे!
उर्ड़ बोज़ हगि।
सत कोही देख हिआ ..
पक्डल कला हिया
चील मुहाल ..
हुई बात मानि संहिया
सत कोही देख हिआ ..
पक्डल कला हिया
चील मुहाल ..
हुई बात मानि संहिया
सुत्य जाई कम तदू
दिरे से किली खोल दे
जन बिल माओ बिया हमरा की बात में
जोन मन परिबातिया ही लिहा रात में
आवे के होई
तकुरा में आई हाँ
धिरे से किली खोल दे
धुंगता उठाई हाँ धिरे से किली खोल दे
नहरीया पिता के अण्जोरा में आई हाँ धिरे से किली खोल दे
सिकडी बजाई हाँ धिरे से किली खोल दे