नंधी के अस्बार
जैंपोली
नंधी के अस्बार ओ भोले मुझे दरिशन दो
दिल से रहा पुपार भोले जी हमें दरिशन दो
नंधी के अस्बार ओ भोले मुझे दरिशन दो
तेरे दिवाले पे चल कर आया
गंगा जी से जल भर लाया
दिया हूं पेरे पखार ओ भोले मुझे दर्शन दो
नंधी के अस्वार ओ भोले मुझे दर्शन दो
सावन की रिंजिम बरसे बधरीया
थंदी थंदी चले पूर वैया
सावन की रिंजिम बרטे बधरीया
थंधी थंधी चले पूर वैया
लाया हुखा वढ़ियाज
ओ भोले मुझे धर्शन दो
नंधिगे अस्वार ओ भोले मुझे धर्शन दो
भोले की मस्ती में नाचे गाए
बंबं का जैकार लगाए
करते हैं गुर्गाँ ओ भोले मुझे धर्शन दो
नंधिगे अस्वार ओ भोले मुझे धर्शन दो
बिनोद तेरे भजन सुनाता
भगतों को हाँ कूब नचाता
बिनोद तेरे भजन सुनाता
भगतों को हाँ कूब नचाता
करो बिने सुइकार
ओ भोले मुझे दर्शन दो
गंधी के अस्वार ओ भोले मुझे दर्शन दो
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