ये भवन सुहाना है नीले के अस्वार
ये भवन सुहाना है, नीले के अस्वार
अरे नीले के अस्वार
ये भवन सुहाना है,
नीले के अस्वार
ले भवन सुहाना है,
नीले के अस्वार
अर तेरे भवन में विष्णू आये
शिवशंकर ने रास रचाये जहां दिवाना है नीले के असवारे
तेरे भवन में कोयल गाए
पीपी पपी हा सोर मचाए
हमें भी आना है नीले के असवारे
रिम जिम रिम जिम बरसे पानी
निले के असवार ना है
यहवल सुहाना है, नीले के असवार
पवन देख मन कमल कराजी
गोगा फिर कैसी नाराजी
पवन देख मन कमल कराजी
धरम का गाना है नीले के असवार
ये पवन सुहाना है नीले के असवार
अरे नीले के असवार ये पवन सुहाना है
ये पवन सुहाना है नीले के असवार
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật