पीकलिक पूरन काल भरावापीकलिक पूरन काल भरावाहोरे मुवानी रे साखी मुवानीससुरा में साखी हमरा मंचल बागा धरावाप्राइबेट पीकलिक कैलेब पूरन काल भरावामुवानी के मार हमके मरलेब भातारावाप्राइबेट पीकलिक कैलेब पूरन काल भरावामुवानी रे साखी मुवानीकोरी हैं याके पिरवाते मुवानीहोरे मुवानी रे साखी मुवानी रेयब ऐसन करम नहीं कर हमला भरवा के संगे न रहोहोरे मुवानी रे साखी मुवानी रेहोरे मुवानी रे साखी मुवानी रेहोरे मुवानी रे साखी मुवानी रेकहानी के फोटो जानू ऐसे न निकालाहो जाई बादल में लफ़डा होरहरी के खेत में भी छावल रहे जाताहटल रहे देहसे कपडाकहानी के फोटो जानू ऐसे न निकालाहो जाई बादल में लफ़डा होरहरी के खेत में भी छावल रहे जाताहटल रहे देहसे कपडाइजत के भादी पाल कैल ताई आरावप्राइबेट पी कली को कैल बपोरन काल भरावतूनी ने साखे बुहादीतूनी ने साखे बुहादीउद्भाती रोही संजे का हम बताईभाईल का पुरा पुरा हाल होमारी मारी पूछता हमारो ओसो बंडवाना जाने का का सवाल होनई हरा के बाटी यी पे ठावाल खबरवाताहिर पूछता हमारो ओसो बंडवाना जाने का का सवाल होनई हरा के बाटी यी पे ठावाल खबरवाप्राइबेट पीक लिख गईले बापोरन काल भालवामुवली रे साखे मुवलीकोरी हैं आके पिरावाते मुवलीहारे मुवली रे साखे मुवली