पिहनत जेला सुखीरे मच्चोरी
आधी आधी राती के आवेले घोरे
दिन भर रहेले खाली बजारे
खाली बजारे
आधी आधी राती के आवेले घोरे
दिन भर रहेले खाली बजारे
पिहन ठोके ले कुदारी
मेरो जे पच्चोरी
हमार पिहना बेजेला सुखीरे मच्चोरी
हमार पिहना बेजेला सुखीरे मच्चोरी
उठे उजिया के तघरे पजिया के
रात भर सखी टोहिया रेला
तपना में हमारा मुठी में सखी
क्या रंगा हमके धरा रेला
उठे उजिया के तघरे पजिया के
रात भर सखी टोहिया रेला
तपना में हमारा मुठी में सखी
क्या रंगा हमके धरा रेला
हम्मारा देहिया के देते बवे
रोजे कचरी
हमार पिहना
हमारा जनू
हमार पिहना
बेजेला
पियाना में जेला सखीरे मच्चोरी
पियाना में जेला सखीरे मच्चोरी
गरमी से चूआता सूना ये साखी
टपटप हमके पसीना हो
निगमनी तेसे धीपक भईल
बारे बारे का कमीना हो
गरमी से चूआता सूना ये साखी
टपटप हमके पसीना हो
निगमनी तेसे धीपक भईल
बारे बारे का कमीना हो
अब से को भी
हमारा के बिया खचरी, हमार बिया खचरी, हमार बियावा, हमार ज़रूर, हमार बियावा बेचे ले सखीरे मच्चरी