सारी दुनिया का मैं मालिक भगतों के दिल में वास मेरा
मेरे भूले नाथ शिम शम भोधे सारी दुनिया मेरा जितरा
हे त्रिशोल भारी सब भगतों के कास्त मिठाओ जी
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला जी
अरे रे पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला जी
बेरे भगतों को छेड़े गौरा किसी के भी आकाद जी
मेरे भोले नाथ मुझे को विश्वास कहने के कोई बात नही
मेरे भगतों को छेड़े गौरा किसी के भी आकाद नही
मेरे भोले नाथ मुझे को विश्वास कहने के कोई बात नही
इसको जगने ठुकराया उसको भी अपना उजे
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती
अरेरे पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती
जो बंबं भोले गाएगा वो ही भव से तर जाएगा
वो ही भव से तर जाएगा जो शर्ण शिवाखी आएगा
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती अरेरे
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती ये जो
बंबं भोले
गाएगा वो ही भव से तर जाएगा
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती
अरेरे पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती
विश्च का प्याला पीकर गौरा नील कंथ मेरा नाम पड़ा
पीन लोक के मालिक बोले तुम से कोई नहीं बड़ा
पीन लोक के मालिक बोले तुम से कोई नहीं बड़ा
पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती
अरेरे पहले भांग धतूरा गंगा जल से मुझे नहला ओती