कबोई करापे,
कबोई करापे
रुजलाइति पछावा तरो, हो रुकडापे
लोखो बड़ते तर कोनी आके,
छड़ाले हमारो रोनी आके
अलमे हल के दोकाई बाहो, बादम बड़तछतोई बाहो
छड़ाले जाने जही अमर धीरी ओई बाहो,
धीरोह खयो गियाम छोरोह तत्रोगिया
माहु खत्र कोहियो, हम बोर जाएँ पएटिया
प्यार पेना हमसे बतिया वेला,
भीरी नाही कोगो तुहुआ वेला
भीरी नाही कोगो तुहुआ वेला
बोलोहन भोईवावर सुनिये परमदिराउर हो,
घरके खाना छोड़के खाना तुसरे घरके चाउर हो
कहता ने मोके सबोत जाए घरके दिया
माहु खत्र कोहियो, हम बोर जाएँ पएटिया