हरे काई साखी
का हो साखी
हारे है कैसान भाख भाख पसिना फेखताड़ँ हो
रे मत पुछा हो
अहाई उथनलिया कैसान चत्रा आगईलबा
रे का कहतार रो साखी सुनना
सुनावा
अब नही साथबु भधल कीं तिटलिया
लाफ़ ग्याय साथबधधल तीट्लिया
ये साखी
कहो
भाईलबा दीवाना गाजीपूर बलीया
भाईलबा दीवाना गाजीपूर बलीया
आब नही साтьсяबभ сделал तिट्लिया
आप ला है जादे से स्सालेल
आप ला है जादे से स्सालेल
अरे यो साखी कह ना साथबू हो काँ भाईलबा हो
सूना बभूने बुटा जूलं हो गयल बाहो
का हो गयले तनी हमरो कह बताओ na
सूना
सूना वा
ये हिते कुले आप छार जने राज
मुझे विदायक हम लायक आये
मुझे विदायक हम लायक आये
मुझे विदायक हम लायक आये
ये हिटी कुलियाप चार जनी राजे
मुझे विदायक हम लायक आये
सैया सिपहिया चलावेला गोलिया
तब नहीं सा तब हो लंकी की कुलिया
तब नहीं सा तब हो लंकी की कुलिया
अरे लमकी ना सत बू
आ, गोलकी ना सत बू, लमकी ना सत बू
तब क्या सत बू, कैसाँ चत बू
अरे सखी कहा बता हैं हो
सब देखदे के ही कि मर जाता, जर जाता ना
तआ एकर मतलब का बाद जईयल छूड़ दे बू
सुना
इहे टिकलिया जुलम बढ़ कारे
सासुन नदिया कजिया रोजजार
वयन रख जारे आज आतो जारे
ऐ सखी
कहो
इहे टिकलिया जुलम बढ़ कारे
सासुन नदिया कजिया रोजजार
दिल मंग देव्या बीच्छाके रुमृलिया
दिल मंग देव्या խीच्छाके लूमृलिया
आब नहीं साथ बहुँ बलकी टिकलिया
भाईल बा दिवाना गाजीपूर बलिया
आब नहीं साथ बहुँ ललकी टिकलिया
भाईल बा दिवाना गाजीपूर बलिया
अरे तजाये दाये साखे बिना टुकलिये के तु सुन्दर ना लागेलू
ठीक बताब छटकी साटल करव