कवन
बीरिच्ची आच रई,
खोतवाला गवलो जाके
सुन कै के अंगना हा, मार हो
उड़ी गईलो पक्खिया प
सारी हो
कवन बीरिच्ची आच रई,
खोतवाला गवलो जाके
नहीं
आके दोरी तोड़ी,
चली गईलो चुपे चोरी, कवने नागरिया कवने गाव हो
जीले मन में वन में धाई धाई घर यागन में धरती आकास ठावे ठाव हो
तावाला गवलो जाके नागरिया कवन बीरिच्ची आच रई,
खोतवाला गवलो जाके नहीं आके दोरी तोड़ी,
कवन बीरिच्ची आकास ठाव हो