नमस्ते प्रणाम और हम बानी गाईका अक्षरा गुप्ता
और आज हमने के एक से एक बड़की गाना
आप सब लोग के बीच में पेच कर जा
और बेंजो पे बैठाल बाने आदर्ये बड़े भईया हरेंदर भईया
और तबला पे
संगत कर राल बाने आदर्ये अंजनी चाचाजी
और एक गाना के भाव बाव के एक ओरद के पति पर्देश रहताड़े
और जब उन आवा ताड़े तो करा आवे में इतना खुशी बा उनका न
एक ओरद के पति पर्देश रहताड़े और उन जब नोकरी
से आवा ताड़े तो उन ओरद इतना खुश होता बाड़ी
कि अपना सक्षी सहेली से
का कहताड़े एक गीत के
भाव सुने
कि सैंया छूटी लेके आवत बाड़न घरवा
आज टेलिफोन आयल हा
कहत का बाड़ी
के लिए पर परवार्ण खुश होता बाड़ी के लिए परवार्ण खुश होता बाड़ी
कहले हा किन्या जाने साया सारी लेले बानी
चोली सी एके तो हर दाराजी के देले बानी
कहले हा किन्या जाने साया सारी लेले बानी
चोली सी एके तो हर दाराजी के देले बानी
लेले आई बुटी कूली हमका जारवा
आज टेलिफोन आयल हा सैंया छूटी लेके आवत बाड़न घरवा
आज टेलिफोन आयल हा
कैसे बताई सैंया केतना हमके
माना तदान
पहीरे लंचूडी हमसबे दूके उजाना तदान
कैसे बताई सइज़ा कितना हमके माना ताड़न
पहीरेला चूड़ी हम सावेदू के जाना ताड़न
कि चाही कवन सेंट चाही कवन सेंट कवन पावडा रावा
आज टेलिफोन आयिल हा सइज़ा चूड़ी लेके आवत बाड़न घारावा
आज टेलिफोन आयिल हा रहनी जाये के न जाये नाई हारावा
बाड़न खारावा नाई हारावा