कि तो एडजी काथ़ा भी महवान पूतु हूं मामोजी की पूत्रा सा स्थितित स्थित सोंच्छा घंडा हो जाना और कि म सूबा है और गोशाम उसी मत
आपने देवना तब तहां दिया है परवाई
हरे पूछला भोजी बिन्दास पुछा
कौन खेला खेले सा बतेला वाला गाई
कौन खेला होला मेला वाला गाई
देवर देता तू बताई
कौन खेला होला मेला वाला गाई
देवर देता तू बताई
ला जाओ सुना भोजी
हरे कोरे पाहवानी सा भेदे लावा ले गाई
एहो कोरे पाहवानी सा भेदे लावा ले गाई
अकौटो देखे खेल होला मेला वाला गाई
बहुगी देहा ले गाई
बताई तुस्ती के खेल होला में ला लगाई भावजी दी होली बताई
बताई दी होला में ला लगाई
बताई दी होला में ला लगाई
बावन रतिया लगले सुहावन
बावन महीना होला बड़ी पावन लगे सबके सुहावन
बावन महीना होला बड़ी पावन लगे सबके सबके सबके
बावन महीना होला बावन महीना होला