मुझको तो काबू कर अपने बाओं में भर के रखखाबों की दुनिया में हम दोनों खो जाएतेरी आखों की गहराई दिल में समा जाएइस जहां से दूर हम एक हो जाएतेरे बिन अधूरा हूँ मैं प्यार का सिलसिला चल रहा हैदिल की हर खड़कन बस तुझ पे है फिदामुझको तो काबू कर अपने बाओं में भर के रखराहों में तेरी यादे हम सफर बन के चलेतरदे इश्क को सहकर खुद को हम सभालेखाबों का सहर है ये तेरी ही बाहों मेंतेरे बिना जीना मुझकी नहींनहीं है अबतेरे बिना धूरा हूँ मैं प्यार का सिलसिला चल रहा हैदिल की हर खड़कन बस तुझ पे है फिदामुझको तो काबू कर अपने बाओं में भर के रखमुझको तो काबू कर अब