बारिशों में तुम याद आते हो भीगी रातों में तनहाई नेहर पल तुम्हें सोचता हूँ दिल की हर एक बात कहना चाहता हूँबारिशों में तुम याद आते हो बिन बादल के भी बरसात आते होमेरी आँखों में हर बूद तुमारी दिल में हर पल तस तुम ही होदर्द भरी ये फिजाएं तुम बिन अधूरी सी लगती हैकैसे भूलू मैं तुम्हें दिल की हर एक बात पे तुम ही मुस्कुराते होबारिशों में तुम याद आते होबिन बादल के भी बरसात आते होमेरी आँखों में हर बूद तुमारी दिल में हर पल तस तुम ही होतुम से जुदा होने का दर्द भूलने से भी तजा रहता हैहर एक लंहातुमारा दिल में एक खाब बन के रहता है