मन सपना के महल बनावे
मन सपना के महल बनावे
दुनिया धेला चलावे
समझ में आयावे
मन सपना के महल बनावे
जिनी गिया के खेला समझ में आयावे
जिनी
गिया के खेला समझ में आयावे
जब जब दिन
बिगड़े
पर होला के वो रोक न पावे
जिनी गिया के खेला
समझ में आयावे
जान बूझ के ना कोई माली अपने बगीया जरावे
समझ में आयावे
जिनी गिया के खेला समझ में आयावे
मन सपना के महल बनावे मन सपना के महल बनावे
जिनी गियाके खेला समझ में आयावे