जवना इस कुल में पढ़त रहलू
जहां हमरा से तु मिलत रहलू
ओह मंदिर में भी खोजली हम जहां प्यार के दूआ करत रहलू
कहीं मिललू माई यही सन जुदाई या गईल
जब गावे तुहरा यही नहीं तो घार तो
देखी के रोवाई आगाईल सब बतियाई याद कोके दिलावा में अजे बेरुस वाई आगाईल
आखिया ता देखे खातिर बार-बार तरसे लो रावा ता बारिस मुसलधार नियन बरसे
आखिया ता देखे खातिर बार-बार तरसे लो रावा ता बारिस मुसलधार नियन बरसे
हम जानत बन तुहरा के तुहरो अथोई बुदुर जाके आके
देखा हमारा देह से परचाई भाग गयल
जब गावे तुहरा याई नहीं तो घर तोहर देखी के रुवाई याद गयल
सब बतियाई याद को के दिलावा में हजबे रुसवाई यागाई लु
इन गौवा के लोग तो हर घुम में मेरा है बाट की कोर्सफेक्स तो हर हम से न को ईए
गौवा के लोग तो हर घुम में मेरा है बाट की कोर्सफेक्स तो 연
हम से ना कहे
सिंग वो सब कुछ भुलाई है
समरू ना ना वटके याई है
के तनो दिहनी आवाज
सुनवाई ना भाईल
जब गावे तोहरा याई नी
तो भर तोहर देखी के रुआई या गईल
सब बतियाई याद कोके दिलावा में
अजब रूसवाई या गईल