ही चरीशंदी न नदिया चरीशंदी करे
सब पे नाली बंद करे न
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंदी करे
सब पे नाली बंद करे न
जुठे कहाई पिया पिया खाए मक्खानी और घी
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंदी करे
सब पे नाली बंद करे न
कभी हस के करे बात कभी रो मैं सारी रात
दात दाते पे धाई के अनंद करे
सब पे नाली बंद करे न
जुटे कहाई पियो पी खाए माँ खानी और घी
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंदी करे
सब पे नाली बंद करे न
कभी हेल कभी हला जुटे परोशी महला
अल्ला अल्ला कै के नाला बूलंद करे सब पे नाली बंद करे
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंदी करे
सब पे नाली बंद करे न
घेडा बती के बनाम सास न नद के कावाम
देखा तेरा ये नाटक बसंद करे सब पे नाली बंद करे
जुटे कहाई पिया पे खाए माँखान योरगी
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंद करे
सब पे नाली बंद करे न
ही चरीशंदी न नदिया चरीशंद करे
सब पे नाली बंद करे न