Nhạc sĩ: Traditional | Lời: Traditional
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एक ओंकार सत्नाम
करता पूरक
निर्पाण निर्वैर अकाल मूरत
अजुनी से भंगुर परसाद
शब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक हो से भी सच
सोचे सोच ना होये जे सोची लखवार
चुपे चुप ना होये जे लाई रहा लिवतार
पुकिया पुक ना उतरी
जे बन्ना पुरिया पार
सहसे आन पालक होए ता इक न चले नाल
किव सची आरा होये
किव कूडे तुटे पाल
हुकुमर जाई चलना
नानक रिक्यानाल
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू
एक ओंकार
सत्नाम् करता पूरक
निरपाण निरवैर अकाल मूरत
अजुनी से भंग
गुरू परसाद जब आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसे भी सच
सोचे सोच ना होये
जिसोची लखवार
चुपे चुप ना होये
जिलाई रहा लिवतार
पुक्खी पुक्ख न उतरी
जिबन न पुरिया पार
सहसे आण पालक होवे ता एक न चले नाल
किव सची आरा होये
किव कूडे तुट्टे पाल
हुकुम रजाई चलना
नानक रिख्यानाल
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू
एक उंकार सत्नाम् करता पूरक
निरपओं निरवैर अकाल मूरत
अजुनी से भंगुरू परसाद
जब
आद सच जुगाद सच है भी
सच नानक होसे भी सच
सोचे सोच ना होये
जिसोची लखवार
चुपे चुप ना होये
जिलाई रहा लिवतार
पुक्खी पुक्ख न उतरी
जिबन न पुरिया पार
सहसे आण पालक होए ता इक न चले नाल
किव सची आरा होये किव कूडे तुट्टे पाल
हुकुमर जाई चलना
नानक लिक्या नाल
एक ओंकार
सत नाम करता पूरक
निरपाँ निरवेर अकाल मूरत
हम् गुर्परसाद
जब
आद सच जुगात सच है भी सच
नानक हो से भी सच
जब याद याद पूखीया पूख ना उतरी
जिब बनना पुरिया पार
सहसेनान पालक होवे,
ताईक न चले नाल
किव सची आरा हुयाई,
किव कूड़े तुट्ते पाल
चाई
चन्णानानक लिक्यानाल।
सत्नाम्
श्रीवाहे गुरू।
अगुवंकार सत्नाम करता पूरक।
निरपाणिरवेर अकालमूरत।
अजुनी सेभं गुरुपरसाद।
आद सच्जुगाद सच्ज। है भी
सच्ज। नानक हो से
भी सच्ज।
सोचे सोच न होई ये
जे सोचे लक्भार।
चुपे चुप न होई ये जे लाए रहा लिवतार।
पुक्खी पुक्ख न उतरी
जे बनना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होई ता इक न चले नाल।
किव सच्जी आरा होई ये किव कूडे तुटे पाल।
पुछाई
चन्नानानक लिख्यानाल।
सत्नाम श्रीवाहि गुरू।
गुरू उंकार सत्नाम करता पूरक। निरुपाण निरुवैर अकाल मूरत। अजुनी से भं।
गुरू परसाद
जब आद सच्जुगाद सच्ज। है भी
सच्ज। नानक होसे भी सच्ज।
सोचे सोच ना होये
जे सोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये
जे लाए रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी
जे बनना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे ता इक न चले नाल।
किव सच्जी आरा होये
किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुम रजाई चलना
नानक रिख्या नाल।
सत्नाम श्रीवाहे गुरू।
एक उंकार सत्नाम करता पूरक्ष।
निर्पाणिर्वेर अकालमूरत
अजुनी से भं।
गुरुपरसाद
जब आद सच्छ। जुगात सच्छ।
है भी
सच्छ। नानक
होसे भी सच्छ।
सोचे सोच ना होये
जिसोची लखवार।
किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुमर जाई
चलना नानक लिक्या नाल।
सत्नाम
श्रीवाहे गुरू।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरक।
निरपाण निरवैर अकालमूरत
अजुनी से भं।
गुरू परसाद
जब
आद सच। जुगाद सच। है भी
सच। नानक होसे भी सच।
नानक होसे भी सच।
सोचे सोच नहोई है
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप नहोई है
जिसे लाई रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी
जिबन न पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे ता इक न चले नाल।
उत्ते पाल खुकुमर जाई चलना
नानक रिखिया नाल।
एक उंकार
सत्नाम करता पूरक।
निरपो निरवेर अकाल मूरत
अजुनी से भंग। गुरुपरसाद।
आद सच जुगात सच है भी सच नानक होसे भी सच।
चुपना होई जे लाए रहा लिवतार।
पुकिया पुक न उतरी जे बनना पुरिया पार।
प्रियाण पालक होई ता एक न चले नाल। किव सच यारा होई ये
किव कूडे तुट्टे पाल।
चाई
चलना नानक लिखिया नाल। सत्नाम श्रीवाहे गुरु।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरक्ष।
निरपाउनिरवैर अकाल मूरत।
अजुनी से भंग।
परसाद
जब
आद सच जुगाद सच है भी सच नानक होसे भी सच।
चुपना होई ये
जे सोची लखवार। चुपना होई ये
जे लाई रहा लिवतार।
पुकिया पुक न उतरी जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होए ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होई ये किव कूडे तुटे पाल।
हुकुम रजाई
चलना
नानक लिक्खे आनाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू।
एक उंकार सत्नाम् करता पूरक।
जब
आद सच जुगाद सच है भी
सच नानक हो से भी सच।
सोचे सोच ना होई ये
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप ना होई ये
जिलाए रहा लिवतार।
पुक्खी पुक्ख न उतरी
जिब बनना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होई ये किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुमर जाई
चलना
नानक रिक्या नाल।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरक्ष।
आणिरवेर अकाल मूरत
अजुनी से भंग। गुरुपरसाद
जब आद सच। जुगाद सच। है भी
सच।
नानक हो से भी सच।
सोचे सोच ना होई ये
जे सोची लखवार।
चुपे चुप ना होई ये
जे लाई रहा लिवतार।
पुकिया पुक न उतरी जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण
पालक होवे ता एक न चले नाल।
किव सची आरा होई ये किव कूडे तुटे पाल।
गुरू।
निर्पो निर्वेर अकाल मुरत। अजुनी से भंग। गुरु परसाद।
जब आद सच जुगाद सच है भी
सच नानक होसे भी सच।
जब आद
सच
जुगाद सच है भी सच नानक होसे
भी सच।
जब आद सच जुगाद सच है भी
सच
नानक होसे भी सच।
एक उंकार
सत्नाम करता पूरक।
आनिर्वेर अकाल मुरत।
अजुनी से भंग। गुरु परसाद। जब आद सच जुगाद सच है भी
सच
नानक
होसे भी सच।
पूरक।
पूरक।
एक उंकार सत्नाम करता पूरक।
निर्पाण निर्वेर
अकाल मुरत।
अजुनी से भंग। गुरु परसाद। जब आद सच जुगाद सच है भी
सच नानक होसे भी सच।
जब
आद सच जुगाद सच है
भी सच।
सोचे सोच ना होये
जे सोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये
जे लाए रहा लिवतार।
पुकिया पुक ना उतरी जे बनना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होए ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होये किव कूडे तुटे पाल।
पुड़ाई चलना
नानक लिख्या नाल।
सत्नाम श्रीवाहे गुरू।
सब्भावाद पुरिया
पुरिया पुरिया पुरिया पुरिया
है भी
सच नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होईये
जे सोची लखवार।
पुखीया पुख न उतरी
जे बनना पुरिया पार। सहसे आण पालक होए ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होईये किव कूडे तुटे पाल।
हुकुमर जाई चलना
नानक रिक्या नाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू।
इक उंकार सत्नाम् करता पूरक।
निर्पाण निर्वैर अकाल मूरत।
जुनी से भंग। गुरू परसाद।
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक हो से भी सच।
सोचे सोच ना होई है,
जिसोची लखवार।
चुपे चुप ना होई है,
जिस लाई रहा लिवतार।
पुकी पुक न उतरी,
जिब न पुरी पार।
सह से आण पालक होई,
ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होई है, किव कूडे तुट्टे पाल।
सत्नाम नानक
लिखेया नाल।
सत्नाम श्रीवाहे गुरू।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरख।
निरपाण निरवैर अकाल मूरत।
अजुनी सेभं गुरुपरसाद।
उक न उतरी,
जिबन न पुरिया पार।
सह से आण पालक होई,
ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होईये,
किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक
लिखेया नाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरूप।
एक ओंकार
सत्नाम करता पूरक्ष।
निरपौन निरवैर अकाल मूरत। अजुनी सेभं गुरुपरसाद।
आद सच,
जुगात सच,
है भी सच,
नानक होसे
भी सच।
पुकिया पुक न उतरी,
जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आन पालक होवे,
ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होईये,
किव कूडे तुट्टे पाल।
चाए चलना,
नानक लिक्या नाल। सत्नाम
श्रीवाहे गुरुप।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरक्ष।
निरपाण निरवैर अकाल मूरत
अजुनी सेभं।
परसाद
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होईये,
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप ना होईये,
जिस लाई रहा लिवतार।
पुकिया पुक न उतरी,
जिब बन्ना पुरिया पार।
नानक होई,
ताइक न चले नाल। किव सची आरा होईये,
किव कूडे तुटे पाल।
एक उंकार
सत्नाम करता पूरक।
निरपोणिरवेर अकालमूरत
अजुनी से भंग। गुरुपरसाद।
अद सच,
जुगाद सच,
है भी
सच। नानक
होसी भी सच।
सोचे सोच न होईये,
जिसोची लखवार।
चुपे चुप न होईये,
जिसोची लाई रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी,
जिसोची बन्ना पुरिया पार।
पुखी पुख न उतरी, जिसोची बन्ना पुरिया पार।
पुखी पुख न उतरी, जिसोची बन्ना पुरिया पार।
पुखी पुख न उतरी,
जिसोची बन्ना पुरिया पुरिया पुरिया
अकाल मूरत
अजुनी से भंग।
गुर्परसाद
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक हो से भी सच।
सजना हो ये,
जे सोची लख बार।
छुपना हो ये,
जे लाई रहा लिवतार।
सह सियाण पालक हुवे ता इक न चले नाल,
किव सची आरा हुये,
किव कूडे तुटे पाल।
चाये चलनानानक लिख्यानाल,
सत्नाम श्रीवाहे गुरू।
जब आद सच,
जुगाद सच,
जब परशाद जब,
है भी सच,
नानक
हो से भी सच।
सोचे
सोच ना हुये,
जिसोची लखवार,
चुपे चुप ना हुये,
जिसे लाई रहा लिवतार।
पुकीया पुक न उतरी,
जिब न पुरिया पार।
सहसे आण पालक हुये,
ता इक न चलनाल।
किव सची आण हुये,
किव कूडे तुटे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक लिकिया नाल।
सत्नाम
श्रीवाहे गुरू।
एक ओंकार
सत्नाम करता पूरक्ष।
जब आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक हो से
भी सच।
सोचे सोच ना हुये,
जिसोची लखवार।
चुपे चुप ना हुये,
जिस लाई रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी,
जिब बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक हुए,
ता एक न चलनाल।
किव सची आरा हुये,
किव कूडे तुट्टे पाल।
पुख न नानक लिख्यानाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू।
जब आद सच,
जुगाद सच,
जब परशाद
जब आद
है भी सच,
नानक हो से भी
सच।
सोचे
सोच न हुये,
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप न हुये,
जिलाए रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी,
जिब बनना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे, ता इक न चले नाल।
किव सची आण होये,
किव कूडे तुटे पाल।
चाए चलना,
नानक लिक्या नाल।
सत्नाम
श्रीवाहे गुरू।
एक ओंकार
सत्नाम करता पूरख।
निरपाण निरवैर अकाल मूरत
अजुनी सेभं।
गुरू परसाद जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होये,
जिसोचे लखवार। चुपे चुप ना होये,
जिसे लाए रहा लिवतार।
पुकिया पुक ना उतरी,
जिसे बन्ना पुरिया पार।
किव सची आरा होये,
किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक लिख्यानाल।
सत्नाम्
श्रीवाहे गुरू।
एक उंकार सत्नाम् करता पूरक्ष।
निरपाण निरवैर अकालुमूरत।
चुनी से भंग। गुरू परसाद। जब
आद सच। जुगाद सच। है भी
सच। नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होये,
जे सोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये,
जे लाए रहा लिवतार।
पुखी
पुख न उतरी,
जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होए,
ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होये,
किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुम रजाई चलना,
नानक लिख्या नाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू।
एक उंकार
सत्नाम् करता पूरक, निरपाउं निरवैर,
अकाल मूरत
अजुनी से भंग। गुरु परसाद जब,
जुगात सच,
है भी
सच। नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होये,
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये,
जिसे लाई रहा लिवतार।
पूकियापूक ना उतरी,
जिबन ना पुरियापार।
सह सियान पालक होवे,
ता एक ना चले नाल।
सोचे सोचे,
जब
नानक होसे भी सच।
एक ओंकार
सत्नाम करता पूरक्ष।
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच।
नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होये,
जिसे सोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये,
जिसे लाई रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी,
जिब ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे,
ता एक न चले नाल।
किव सची आरा होये,
किव कूडे तुटे पाल।
हुकुम रजाई चलना,
नानक लिख्या नाल।
सत्नाम् श्रीवाहे गुरू।
एक ओंकार सत्नाम करता पूरक।
निरपाण निरवैर अकाल मूरत।
अजुनी से भंग।
प्रसाद
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी
सच। नानक होसे भी सच।
सोचे सोच ना होई ये,
जे सोचे लखभार।
चुपे चुप ना होई ये,
जे लाए रहा लिवतार।
पुखीया पुख न उतरी,
जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे,
ता इक न चले नाल।
पुखीया रहोई ये, किव कूडे तुट्टे पाल।
हुकुम रजाई चलना,
नानक लिखे आण नाल।
एक ओंकार
सत्नाम करता पूरक्ष।
ओ निरवेर अकालुमुरत
अजुनी से भंगुरुपरसाद।
जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक होसे
भी सच।
पुखीया पुख न उतरी,
जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होवे,
ता एक न चले नाल। किव सची आरा होईये,
किव कूडे तुटे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक लिखेया नाल।
सत्नाम्
श्रीवाहे गुरु।
एक ओंकार
सत्नाम् करता पूरक्ष।
निरपाण निरवैर अकाल मूरत
अजुनी से भं।
प्रसाद जब
आद सच,
जुगाद सच,
है भी सच,
नानक होसे भी सच।
चुपे चुप ना होये,
जे लाई रहा लिवतार। पुकिया पुक न उतरी,
जे बन्ना पुरिया पार।
सहसे आण पालक होए,
ता इक न चले नाल।
किव सची आण होये,
किव कूडे तुटे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक लिके नानक पाल।
पुकिया नाल सत्नाम
श्रीवाहे गुरू।
एक उंकार सत्नाम करता पूरक, निरपाउं निरवैर,
अकाल मूरत
अजुनी से भंग। गुरु परसाद जब,
जुगात सच,
है भी सच,
नानक हो से भी सच।
सोचे सोच ना होये,
जिसोचे लखवार।
चुपे चुप ना होये,
जिसे लाई रहा लिवतार।
पुखी पुख न उतरी,
जिब न पुरिया पार।
सहसे आण पालक होए,
ता इक न चले नाल।
किव सची आरा होये,
किव कूडे तुटे पाल।
हुकुमर जाई चलना,
नानक लिखे आनाल।
विदिनाम्
श्रीवाहि गुरू