कदी रोहत ना याख तक
मरो दिलवार
ना मरो दिलवार
कदी रोहत ना याख तक
पगली खुसी माना वेले
सादी के काड बटवा वेले
सादी
के काड बटवा वेले
का करी गिसमत यारू ठलबा
जदी रोहत ना याख तक किहूँ ना जानत कि
हमरो दिलवार तूटलबा
जदी रोहत ना याख तक किहूँ ना जानत
किहमरो दिलवार तूटलबा
मुस्का के एक रीला बतिया
सब्लोम्यत्मस बातिया
संवाल्डी कार बचो
जीय, आप ब
मुरे आस के दियना बुतलबा
जदी रोहत नया खत के हूँ न जानत की हमरो दिलबा तुटलबा
चोहनी हम जाने से ज़ादा बदलल उनकर इरादा
बिन कलती बिना कसुरवा तुरदिहनी सारा बादा
अब दर्दसे मनवा जुटलबा
की हमरो दीलवा टूटलबा
जदी रोहत ना याँखत के हूँ ना जानत
की हमरो दीलवा टूटलबा