वीजिन बाई, समीच संगर
हम कुछ कोई तुखा
दिलबा के धड़कन हूँ, दिलबा में हमरा रोहो
सपना में आवा तरा,
तू हमरा रोजे
हार पल रहा
हमरा अखियां के सूझे
जानों से ज़्यादा प्यार तोह से करीले
तोहरे पे गोरी हूँ हम हूँ मरीले
दिलबा के धड़कन हूँ, दिलबा में हमरा रोहो
चैन करार सबवूडल बबीर हो,
लागल दिलबा में तूहरे नुतीर हो
नैना
नसले तोहर कैले बपागल जबन रोज तरा, उह हमरो बलागल
बन के बावरीया, हमरा उपरीया सज्या सुभाखत हूँ बावा
दिलबा के धड़कन हूँ, दिलबा में हमरा रोहो
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật