भजरे मन गोविन गोविन भजरे मन गोविन गोविन
भजरे मन चङगा तो कोठोती में गङगा
इशवर भये मेरे आङगन में
मैं क्यूं जाओ मतुरा क्यूं जाओ काशी गंगा
भजरे मन चङगा तो कोठोती में गङगा
इशवर भये मेरे आङगन में
मैं क्यूं जाओ मतुरा क्यूं जाओ काशी गंगा
क्यूं जाओ छोड़के मेरा घरबार
मूसे कहूं मैं नारायन रे नारायन बार बार
क्यूं जाओ छोड़के मेरा घरबार
मूसे कहूं मैं नारायन नारायन बार बार
तो मैं क्यूं जाओ मतुरा क्यूं जाओ काशी गंगा
बहई मन चंगा तो कठोती में गंगा
ईश्वर भै मेरे आंगन में
मैं क्यूं जाओ मतुरा क्यूं जाओ काशी गंगा
मैं क्यूं जाओ मतुरा क्यूं जाओ काशी गंगा