घरा से बाहरा भे जल हीगे कौनया
हो यहां बड़ीगे बीनया
घरा से बाहरा भे जल हीगे कौनया
यहां बड़ीगे सजया
तो हर बीनू हुमरो बेश ने लगे जिया
जही आसे चल गे लाब दिया
लो रावे से रोजे भेजो तकी आ
जही आसे चल गे लाब दिया
लाओ पिया तो हर बिना हमारो पेशने लगे जिया जाहिया से चल लिगे लाओ पिया
पेशने लगे जिया जिया जाहिया से चल लिगे
ते दिनम कचादा तव करिसन हो काम हो, करू है कि नहों पिया तानी को याराम हो
पुरा तव माहिना वा तव मिला तव पे महंट गे, दिन भाई रोड हो वो ही ओ बलू असी महंट गे
हो वो है धानिया मा कहन कढ़ा लया, हो यहां बढ़ ही गबी नया, घारा से बाहरा भेजा लिग को नया, हो यहां बढ़ ही गसा जया
धीर हो तव देह कद तव नही पिया रहिया, दुहरेगाप जव में घार चलिया
हो तव पर साहनी तव फ़ोनवा पर कहा बो, देखो ही ओ दो तिन माहिना यार रहा बो
धीर हो तव देह कद तव नही पर कहा बो
धीर हो तव देह कद तव नही पिया रहा बो
पिया रहिया तो होरे का पुजा में घार चलिया या
होताओ परिसाहनी तो फुनवा पर कहा बाओ देखो ही याओ दू तीन महिना यार रहा बाओ
तो ही याओ वैटावा दू खा हाओ का नया हाओ यहाँ बढ़ ही गबी नया
घारा से बाहरा भी जन ही गई का नया हाओ यहाँ बढ़ ही गई सा जया