वो करती रहती फील ने ना कहे बातें मेरे दिल को समझतीहर एक आहट अपनी मुस्कान से सजाती वो मेरी रातें मेरी दुनियां में खुशियां ला देती वो सारी बातेंवो करती रहती फील ने ना कहे बातें मेरे दिल की धर्टन को समझती वो हर पलहर खाब मेंउसकीआगे बिखरी होती हर पल के साथ उसकी खुशबू भरी होती जैसे फूलों में खिलता है प्यार बगिया में उसकी मुस्कान से मिलता है मुझेखुशियों का राग संगीत में वो करती रहती फील ना कहे बातें मेरे दिल की धर्टन को समझती वो हर पलउसकी हर हसी में तूब जाता हूं मैं उसकी हर पात में खुद को पाता हूं मैं जैसे कोई मिला हो जो मेरी खुआहिशों को समझता है वोकरती रहती फील ना कहे बातें मेरे दिल की धर्टन को समझती वो हरवो करती रहती फील बिना कहे बातें मेरे दिल की घर्टन को समझती वो हर पल