ये जो है धरती हमारी,
है ये विरासत हमारी,
इसे हमने न बचाया,
तो क्या है हमने पाया?
ये जो है धरती हमारी,
है ये विरासत हमारी,
है ये अमानत हमारी,
कैसी है ये मजबूरी?
लालच में क्यूं हम भूल गए अपनी जिम्मेदारी?
ये जो है धरती हमारी,
है ये विरासत हमारी,
है ये अमानत हमारी,
है ये हकीकत हमारी.
माटी से आय है हम,
माटी में मिल जाएंगे,
क्या नहीं है ये धरती हमारी?
ये जो है धर्ती हमारी,
है ये विरासत हमारी,
है ये अमानत हमारी,
है ये हकीकत हमारी,
है ये जरूरत हमारी,
इसी से है हम और हमी से है ये.
तो हम क्यों बेवजए हर पल इसे आजमाएं?
है ये विरासत हमारी,
है ये अमानत हमारी,
है ये जरूरत हमारी,
है ये हकीकत हमारी.
हिकमत से रब ने रचाया जिसे,
इनायत में हमने पाया इसे.
हकीकत हो यही,
कि जननत हो यही,
यही है नमनत हमारी,
ये जो है धरती हमारी,
ये जो है धरती हमारी.