आई भी आँ
आँ
आप सबके भाई हम परमोद प्रेमी
फिर पुरान का भाव चैता में आप सबके सेवाबा
एगो अरत अपना मरत से बियोग मैं कहता रहे जाओ
कैसे
देखाओ
ये चैत में अतना मत खाटा वाई बोलो मुझे
आई हो दादा
में कहता रिका उपर पर बोजाय यटिया होई ना ही हमसे कटिया
रद कर याजू के
पलान ये बलानुआ
अरा बड़ी दुख मा बड़ी दुख मा एबयास बोरे बोरे करे दारत अरे
बाड़ो तू कोई सान हो मारा खटाई के उरे बलेबह कजान एबालानुआ
अरा बड़ी निर्दाई लगता एबयास आवाई आवाता
क्या बात है क्या बात है आवाता चंचल चीत तो इतम चहके
बड़ी दुख मा
लाज़ो लाज़ो
पर पर देखनी मुझे हम सरे ही के नई हर्म चर चाला है थर
चाये हे देखी के तोहर की आया के देखनी मुझे हम सरे ही के
हाँसू अधराव ज़वनियाद