एक जनी के नया नया बिहा हो भील बा
और सुहाग राज के दिन
उनकर पती उनकरा पास आवतरं
तो कैसे और कौना भाव में उनकरा से कहता रही
और दिखी का कहता रही
चुच्चे जनी गुंगुटा
अरे चुच्चे जनी गुंगुटा
हटाई बलामजी
दिखी कुछाऊचीना मुह दे खाईये बलामजी
चुच्चे जनी गुंगुटा अरे चुच्चे जनी गुंगुटा
हटाई बलामजी
दिखी कुछाऊचीना मुह दे खाईये बलामजी
होई सुहागिना
पहिला मिलन हमके देखी कुछ निसानी
होई सुहागिना
बुझाते तबानी
पहिला मिलन हमके देखी कुछ निसानी
देखी कुछ आउचीना मुह दे खाईये बलामजी
जनी फुसलाई होने
खड़ा रही हाटी के
जनी फुसलाई होने खड़ा रही हाटी के
जनी लगाईये बलामजी देखी कुछ आउचीना मुह दे खाईये बलामजी
छोटी चाहे बाड कबनो
देधी गहानावा
चाहे उतन दाम देके कहली नेवानावा
छोटी चाहे बाड कबनो देधी गहानावा
चाहे उतन दाम देके
कहली नेवानावा
तली जनी दियावा
दिही कुछाऊचीना मुझ दे खाईये बलाम जी
चुछे जनी गुंगुटा
खाटाईये बलाम जी
दिही कुछाऊचीना मुझ दे खाईये बलाम जी