एक जणी के अपना पती से लड़ाई हो जाता और ओही लड़ाई के कारण
उह कहीं चल जाता रहा था
और बिना बतायेले ही कहीं चल जाता रहा था
तो उनकर मन जब आये लगता कि कहा चल गईला न कुछ पता नहीं कहे लगता
तो वहे भाव में कहता रही कैसे कहता रही है
हाँ
अरे फेक दिहाले थारीया
बलम गईले जारीया पहुँ चले की न
फेक दिहाले थारीया भलम गईले जारीया पहुँ चले की न
उठे ही में लहारीया
पहुँ चले की न
फेक दिहाले थारीया भलम गईले जारीया पहुँ चले की न
उठे ही में
लहारीया पहुँ चले की न
आसमान करेल भिहान हम जाई
नत केवो डो सरर्स बद लिय बेटली
आसमान करेल भिहान हम जाँई
न ते को、 डो सरर्स बद डिय बेटली
आन
पड़ै जान लेना
आन पड़ जान लेना करिया अच्छारिया पहुँ चले किना
उठे ही आमेला हारिया पहुँ चले किना
सूनिला की ज्ञारिया में कोईला भी काला
पानी हाँ खराब सब लोग सवराला
सूनिला की ज्ञारिया में कोईला भी काला
पानी हां खराब सब लोग सवराला
खराब सब लोग सवराला
खराब सब लोग सवराला
उठे ही आमेला
हारिया पहुँ चले किना