दिगडी है सम्धन बच्चपन की
एक को छोड़े दूसरे को घेरे
बनी है लुगाई वो लौडन की
दिगडी है सम्धन बच्चपन की
रंडीने दोने लाखों के खाए
आते जाते लोड़े फसाए
छलक दिखाके जोबन की
दिगडी है सम्धन बच्चपन की
सारे गाओं में है बदनामी
रंडी पुरानी है छिनरी नामी
खाए मिठाई रड़ून की
दिगडी है सम्धन बच्चपन की
सारे बरतियों की नजर बचाई
सम्धी को कुठरी अपनी दिखाई
सारे बरतियों की नजर बचाई
सम्धी को कुठरी अपनी दिखाई
बाते करी गथ बंदन की
दिगडी है सम्धन बच्चपन की