समधन डलवालेरी फूलन हार जरा
तेरा समधी आया आज खोल दे द्वार जरा
आज तोड़ दे लाज के बंधन
दे दे दे दे प्यारी समधन
जोबन का दीदार खोल के वार जरा
बड़े भाग से अवसर पाया
तेरे लगाने समधी आया
महन्दी है रंगदार थापे मार जरा
देख तेरी ये कोमल काया
मलने को समधी ललचाया
उबटन खुशबुदार होता ही यार जरा
समधन डलवालेरी फूलन हार जरा
तेरा समधी आया आज खोल दे दौर जरा