क्हरणी के दिनावा का साझाता सिनावा हो
हामारी छुटा भैल छोली आके गोलाई
बारी दिब सलाई राजाऊ
मिली चाटे के नाराती में मलाई
बारी दीब सलाई राजाऊ
उखी वीखी भईल रहः कावे है मिलाई
दीनों दीन कर तारों देही आके गज़ाओ
समझसाचा जाओ
तारों देही आके गज़ाओ
उखी वीखी भईल रहः कावे है मिलाई
दीनों दीन कर तारों देही आके गज़ाओ
बारी हमारा दूख होता ताइट एक रहो कहोता
बेना हा कोई पे तो बेठाना ढाई
बारी दिर्सा लाई रहा जाओ
चाटे के मिली नाही राती के मलाई
बारी दिर्सा लाई रहा जाओ
परमो धलाई हा पातर देखे के महलाई
मिली आराम तब देही में लगाई
बिनाया लाई हा पातर देखे के महलाई
मिली आराम तब देही में लगाई
में हर के मौन राखोती रावा में आके जाका
थोटन मौन इस फेरू मौका नाही आई
बारी दिर्सा लाई रहा जाओ
चाटे के मिली नाही राती के मलाई
बारी दिर्सा लाई रहा जाओ