अर्मोसु मठी बसनंके फुल्लो बहारी नोष्कल।
अर्सो बनातो थी खुश्बू बरेकु होना।
खाई कराणे उस्तान हैं सेबुदारी नोष्कल।
है बुल्बुला तबार।
आज़ी शारी है नोष्कल।
रोष नाच रागे।
शारी है नोष्कल।
शारी है नोष्कल।
सालि रठपर्दे सांपरे रशारा, दिनकन फर्यादे नो खुदारा
सालि रठपर्दे सांपरे रशारा, दिनकन फर्यादे नो खुदारा
खुथल्सालिस्पणे आ वतण खुष्बू, उस्तठी सनो के अंदार जूँ
यात्परिक्वू सतिसी बगाचमान, ऐडे अरिर्ख्वा जवागाउमना दफार
बुल्बुला दफागे इशारी नोशकल, रोषना छिरागे इशारी नोशकल
रोषि नाथ रावे शारि है रुष्कल