जिन्दगी में तो सबी प्यार किया करते हैं
जिन्दगी में तो सबी प्यार किया करते हैं
मैं तो मिल पर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा
जिन्दगी में तो सबी प्यार किया करते हैं
तू मिला है तो एक एहसास हुआ है मुझे को
ये मेरी उम्ह महपत के लिए थोड़ी है
एक जड़ा सा अगम दोना का भी हक है जिस पल
मैंने वो सांस भी तेरे लिए रख छोड़ी है
तुझे हो जाऊँगा कुर्वान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर कर भी मेरी तान तुझे थाऊँगा
जिज़गे में तो सभी प्याव किया करते हैं
अपने जज़बात में नगमात रचाने के लिए
मैंने धड़कन की तरहार दिल में बसाया है तुझे
मैं तसांभूर भी जुदानी का भला कैसे करें
मैंने किसमत की लकेरों से चुराया है तुझे
प्यारता बन के निगेहबान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर कर भी मेरी तान तुझे थाऊँगा
जिन्दगे में तो सभी प्यार किया चरते हैं