जिन्दगी की उल्छनों को भून कर, आज मस्ती में गुजारो रात भर, सुबह जब होगी तो देखा जाएगा
जिन्दगी की उल्छनों को भून कर, आज मस्ती में गुजारो रात भर, सुबह जब होगी
जिन्दगी की उल्छनों को भून कर, आज मस्ती में गुजारो रात भर, सुबह जब होगी
जिन्दगी की उल्छनों का भूल कर आज मस्ती में गुजारो रात फुर
सुबह जब होगी तो देखा जाएगा
सुबह जब होगी तो देखा जाएगा
अज मस्ती में गुजारो रात फुर
सुबह जब होगी तो देखा जाएगा
जिन्दगी की उल्छनों का भूल कर
आज मस्ती में गुजारो रात फुर
सुखा जब होगी तो देखा जाएगा
सुखा जब होगी